याद किया दिल ने कहा हो तुम
ज़ुमाती बहार हैं कहा हो तुम
प्यार से पुकार लो, जहा हो तुम
खो रहे हो आज किस ख़याल में
दिल फसा हैं बेकसी के जाल में
मतलबी जहाँ, मेहरबान हो तुम
रात ढल चुकी हैं सुबह हो गयी
मई तुम्हारी याद ले के खो गयी
अब तो मेरी दास्तान हो तुम
तुम हमारी जिंदगी के बाग़ हो
तुम हमारी राह के चराग हो
मेरे लिए आसमान हो तुम
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